Wednesday 22 November 2017

राजनीति और आम आदमी

आप सभी को मेरा नमस्कार मै मनोज उपाध्याय आज कुछ एसा लिखने जा रहा हूँ जिस पर हर आदमी की आखे बन्द हैं
फिल्मी सितारे या अन्य प्रचलित हस्ती सिर्फ बोलते हैं और अपनी फीस करोडो मे लेते हैं ईसी से पता चलता है की वे समाज के प्रति कितने संवेदन सील हैं   राजनीतिक प्रतयासी करोडो खर्चा करके चुनाव लडते हैं तो हम सब खुद ही सोच ले की वो किसका भला करेगे आम आदमी तो कभी कही दिखाई नही देता कयू की वो दिखाई दिया तो इनको कौन देखेगा मै अपनी और अपने देश की हालत से परेशान हू कयू कि सरकार कहती है बैंक मै खाता खोलो अब इनको कौन बताए जहाँ पर एक समय का खाना भी सोच समझ कर आम बनाता हो वहा बैंक शब्द मजाक सा लगता है

ये ब्लोग पड़े और राय दे और कुछ विसय भि लिखे जिस पर आप पडना चाहते हैं
शेयर भि करे

आपका
उपाध्याय


No comments:

Post a Comment